
निम्न रक्तचाप के क्या कारण है ?
निम्न रक्त चाप व्यक्ति के भोजन न करने से अथवा अधिक आयु होने से निम्न रक्त चाप होता है । यानि कि बुढापे में सामान्य रूप से यह बीमारी होती है । पाचन तन्त्र ठीक न होने से या अधिक सहवास से भी यह बीमारी होती है । मानसिक रूप से असफलता , निराशा और हताशा से भी निम्न रक्त चाप हो सकता है ।
निम्न रक्तचाप के क्या लक्षण है ?
चक्कर आना , थकान होना , नाड़ी धीरे चलना , मानसिक तनाव , हाथ पैर ठंडे पडना इसके लक्षण हैं ।
निम्न रक्तचाप के घरेलू उपचार क्या है ?

इसके घरेलू उपचार निम्न हैं ।
- खाने में पर्याप्त पौष्टिकता वाली चीजें अधिक खायें । कच्ची पत्तेदार सब्जियों व फलों का सलाद बनाकर अधिक खायें । अंकुरित मूंगव अन्य अंकुरित अनाज भी अधिक मात्रा में लें । दही , छाछ आदि का प्रयोग करें । गर्म मिर्च मसाले व तेल का खाना कम खायें ।
- कच्चे लहसुन का प्रयोग अधिकांश करें । एक या दो कली रोज दातों से कुचलकर खायें । इससे रक्त प्रवाह ठीक रहता है ।
- कच्ची लौकी का रस पियें या उसको गर्म करके सूप बनाकर पियें । बिना मिर्च मसाले की लौकी की सब्जी ( उबालकर ) भी लाभकारी है ।
- पीपल के पत्तों का रस शहद में मिलाकर चाटें ।
- अर्जुन की छाल का काढ़ा पीने से आराम मिलता है । या अर्जुन की छाल के पावडर को दूध में मिलाये तथा गुड़ डालकर पीयें ।
- अश्वगन्धा व बहेडा के चूर्ण को गुड़ में मिलाकर चाटें । निम्न रक्त चाप में आराम मिलेगा ।
- कुटकी और मुलहठी को बराबर मात्रा में पीसकर मिश्री के साथ पानी में घोलकेपीयें ।
- एक तोला मैथी दाना लेकर उसका काढ़ा बनायें इसमें शहद मिलाकर चाय की तरह पीयें । रोग दूर हो जायेगा ।
- गेहूं का सत्तु और अर्जुन की छाल समान मात्रा में लेकर चूर्ण बनाकर भून लें इसमें तीन गुना शहद मिलाकर एक तोला प्रतिदिन लेने से सभी हृदय सम्बन्धी रोग दूर होते हैं ।
- अनार दाने का रस , मिश्री डालकर पीने से लाभ पहुंचाता है ।
- चुकन्दर का रस नमक डालकर नियमित पीने से लाभ होता है ।
- क्रीम निकला हुआ छाछ नियमित भोजन के साथ लें ।
- भोजन पकाने में शुद्ध हींग का प्रयोग अवश्य करें । प्रतिदिन प्याज का सेवन करते रहने से रक्तचापनकी समस्या प्रय : नहीं होती ।
- पेठे का सेवन नियमित करें । पेठे की प्रति ठंडे होने के कारण रक्तचाप के रोगियों के लिये लाभदायक रहता है ।
Low blood pressure (कम रक्तचाप) से ना हों परेशान करें होम्योपैथी इलाज