
ल्यूकोडर्मा या विटिलिगो यानी सफेद दाग एक त्वचा का रोग है , इसमें इंसान के शरीर के विभिन्न स्थानों पर सफेद दाग धब्बे दिखाई देते हैं । इसमें त्वचा के प्राकृतिक रंग के स्थान पर छोटे – छोटे सफेद धब्बे दिखाई देते हैं । प्रारम्भ में रोगी के शरीर पर जैसे हाथ , पांव , कोहनी , गर्दन , कमर , चेहरे , होंठ और जननांगों आदि पर छोटे – छोटे सफेद धब्बे निकलते है । ये आपस में मिलकर बड़ा धब्बा बना लेते हैं । इस प्रकार शरीर के विभिन्न भागों में सफेद दाग दिखाई देते हैं । इस रोग में रोगी को किसी प्रकार की कोई तकलीफ नहीं होती , परन्तु सफेद दाग चेहरे , होंठ , हाथ , पांव आदि पर दिखाई देने के कारण रोगी कुरूप दिखाई देता है , इस कारण रोगी तनाव , हीन भावना व डिप्रेशन में रहता है ।
सफ़ेद दाग का होम्योपैथिक दवा । HOMEOPATHIC MEDICINE OF LEUCODERMA
- इस रोग की यह मुख्य औषधि है । शुरू – शुरू में 6 शक्ति ( दिन में 3 बार ) दो महीने तक लगातार दें । लाभ नहीं होने पर दवा की शक्ति 30 ( दिन में एक बार ) कर दें । इससे लाभ नहीं होने पर 200 शक्ति एक खुराक सप्ताह में एक बार लें आर्स सल्फ फ्लेवम – ( Arsenicum Sulphuratum Flavum ) 6 , 30 , 200
- आर्स सल्फ फ्लेवम 3x के साथ इसको महीने में एक खुराक देते रहे – ट्यूबरकुलीनम ( Tuberculinum ) 200
- ऊपर की दोनों दवाई से लाभ नहीं होने पर इस दवा की 6 शक्ति दिन में तीन बार दें । फिर एक महीने के बाद 30 शक्ति की औषधि दिन में तीन बार दे – हाइड्रोकोटाइल ( Hydrocotyle ) 6 , 30
- यदि सफेद दाग दूध के समान उजला हो जाए तो – Kali Carb 30 , दिन में 3 बार
- यदि सफेद दाग पर लाल धब्बा रहे तो – Borax 30 , दिन में 2 बार
- यदि हाथ – पैर की अंगुलियों पर सफेद दाग हो तो Silicea 30 , एक खुराक रोज दें या Natrum Mur 3x दो बार , सुबह शाम दें ।
- यदि सफेद दाग पर सफेद बाल का गुच्छा हो तो – Psorinum 200 , सप्ताह में एक खुराक दें
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