
पीलिया ( जॉन्डिस ) को पांडु ( पीलिया ) कमला तथा हलीमक रोग भी कहते हैं ।
पीलिया ( जॉन्डिस ) रोग क्यों होता है ।
पीलिया रोग अधिकांशतः पानी की अशुद्धि के कारण होता है । इसका मुख्य कारण शरीर में सही ढंग से खून ना बनना है । इस कारण शरीर में पीलापन आ जाता है । जिसके नेत्र , त्वचा , नख , तथा मुख आदि पीले पड़ जावें , इन्द्रियां निर्वल हो जावें और अन्न से अरुचि हो जाये तो जान लो कि हमको पीलिया रोग हो चुका है ।
पीलिया ( जॉन्डिस ) रोग के लक्षण क्या हैं ।
सबसे पहले आखों में पीलापन आता है उसके बाद शरीर और मूत्र पीला होता है । भूख न लगना , भोजन को देखकर उल्टी आना , मुंह का स्वाद कड़वा होना , नाड़ी की गति धीरे चलना आदि लक्षण हैं । इसके साथ – साथ शरीर में खुजली अनिद्रा और कमजोरी महसूस होती है ।

पीलिया ( जॉन्डिस ) रोग का घरेलू उपचार क्या है ।
पीलिया के घरेलू उपचार निम्न लिखित हैं ।
- गिलोय का चूर्ण एक – एक चम्मच सुबह – शाम सादे पानी क साथ लेने से पीलिया रोग में लाभ मिलता है ।
- मूली और गाजर के कोमल पत्ते नमक लगाकर खाने चाहिये । और ताजे गन्ने का रस दिन में 2-3 बार निंबू डालकर पीना चाहिये ।
- कडवे नीम के कोमल पत्तों का रस निकालकर उसमें मिश्री मिलाकर गरम करें । ठंडा होने पर रोगी को पिलायें । पीलिया जड़ से खत्म हो जायेगा । इसके अलावा रस और घी और शहद के साथ चाटने पर आराम मिलता है ।
- त्रिफला चूर्ण शहद में मिलाकर सुबह – शाम चाटने से पीलिया में काफी लाभ मिलता है ।
- गिलोय चूर्ण शहद में मिलाकर चाटने से भी पीलिया में आराम मिलता है इसके साथ साथ काली मिर्च का चूर्ण भी शहद में मिलाकर ले सकते हैं ।
- बडे हरड़ का पावडर गुड के साथ मिलाकर खाने से आराम मिलता है ।
- त्रिफला चूर्ण का काढ्य बनाएँ उसमें मिश्री और घी मिलाकरसेवन करें ।
- गिलोय के पत्तों को पीसकर मट्टे के साथ मिलाकर पीने से भी आराम मिलता है ।
- एक चुटकी छोटी हरड़ का चूर्ण शहद के साथ चाटने से पीलिया में आराम मिलता है ।
- बेल के पत्तों का रस निकालकर उसमें चुटकी भर काली मिर्च का चूर्ण मिलाएं और सुबह – शाम दो – दो चम्मच पीयें ।
- सौ ग्राम गुड के साथ पान में खाने वाला एक तोला चूना मिलाकर खाने से पीलिया मेंतत्काल आराम मिलता है । एक – एक हफ्ते के अन्तराल पर लगातार तीन – चार बार लेन से पीलिया समाप्त हो जाता है ।
- एकतोला सौंठका चूर्ण शहद के साथ मिलाकर सुबह – शाम उपयोग करें ।
- त्रिफला + गिलोय + अडूलसा + कुटकी + चिरायता इन पाँचों काकाढ़ बनाकरसुबह – शामलेनेसेपीलिया में आराम मिलता है ।
- बथुए के बीज का चूर्ण बनाकर सुबह – शाम एक – एक चम्मच सादा पानी के साथ सेवन करें ।
- प्याज को बारीक काटकर नींबू के रस या सिरके में डालकर खाने से गंभीर रोगों की घरेलू चिकित्सा लाभहोता है ।
- हरड़ को गोमूत्र में पका कर खिलाने से सोथ ( सूजन और पांडु रोग मिटता है ।
- हेपेटाईटस A , B , C , D, E के ईलाज गेहूँ के दाने के बराबर चूना गन्ने के रस के साथ पान में लगाकर दिन में एक बार 10 से 12 दिन तक लेना हैं ।
- पीलिया होने पर NUX VOMICA 30 की 2-2 बूंद दिन में तीन बार 10 से 12 दिन तक लेना हैं ।
- यदि पीलिया रोग की शुरुआत में ही रोगी को ऐकोनाइट औषधि दी जाए तो इससे पीलिया को रोग पूरी तरह समाप्त हो जाता हैं ।
- BERBERIS VULGARIS ( Mother Tincher ) की 10-15 बूंदों को एक चौथाई ( 1/4 ) कप गुनगुने पानी में मिलाकर दिन में चार बार ( सुबह दोपहर – शाम और रात ) को लेना हैं ।
Hello this is kinda of off topic but I was wanting to know if blogs use WYSIWYG editors or if you have to manually code with HTML. I’m starting a blog soon but have no coding know-how so I wanted to get advice from someone with experience. Any help would be greatly appreciated!
Thanks for your write-up. My partner and i have constantly observed that almost all people are wanting to lose weight simply because wish to show up slim and also attractive. On the other hand, they do not generally realize that there are many benefits for you to losing weight also. Doctors claim that fat people are afflicted with a variety of diseases that can be perfectely attributed to their own excess weight. The great news is that people that are overweight along with suffering from various diseases can reduce the severity of their own illnesses simply by losing weight. You possibly can see a progressive but marked improvement in health when even a bit of a amount of weight-loss is realized.
I absolutely love your blog and find the majority of your post’s to be exactly I’m looking for.
can you offer guest writers to write content to suit your needs?
I wouldn’t mind producing a post or elaborating on most of
the subjects you write related to here. Again, awesome web
site!