अधिक आहार , दुष्पाच्य चीजें खाना , उत्तेजक पदार्थ खाना आदि कारणों से और कभी कभी दूसरे रोगके साथ यह शिकायत पैदा होती है । अनेक बार बच्चों को इससे बहुत तकलीफ होती है ।

बच्चों की हिचकियों का होम्योपैथिक दवा । Homeopathic medicine for child Hiccough
- नक्सवोमिका 30 या 200 ( 2 बुंद दिन में 3 बार ) – अधिक आहार या घी और मसाले की चीजें खाने के कारण हिचकी , कब्जियत , बारंबार पेट में दर्द , खायी हुई चीजों की कै हो जाना इत्यादि ।
- बेलेडोना 30 या 200 ( 2 बुंद दिन में 3 बार ) – चेहरा और आँखें लाल , हिचकी के समय रोना , बहुत काँपना इत्यादि ।
- साइक्यूटा ६ या 30 ( 4 बुंद दिन में 3 बार ) – जोरोंकी आवाज के साथ हिचकी आनेकी यह बढ़िया दवा है ।
- हायोसायमस ६ या ३० ( 2 बुंद दिन में 3 बार ) – बारम्बार हिचकी , पेटमें गड़गड़ा हट , अंग – प्रत्यंगका फड़कना इत्यादि ।
- इग्नेशिया 200 या ३० ( 2 बुंद दिन में 3 बार ) – भय , शोक , दु : ख , आनन्द आदि मान सिक आवेगोंके कारण हिचकी , खाने पीने के बाद हिचकी , बारम्बार लम्बी साँस लेना ।
- पलसाटीला 30 या 200 ( 2 बुंद दिन में 3 से 4 बार ) – शामको या रातके समय हिचकोका बढ़ना ।
आवश्यक सूचना –
रोग आराम न होनेतक घण्टे में २-३ बार दवा देनी चाहिये । हिचकी शुरू होने पर बच्चे को दूध पिलाने से अनेक बार हिचकी बन्द हो जाती है ।
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