अनेक बार बच्चों के कान के पीछे जख्म सा हो जाता है । इसमें बहुत खुजली होती है और चिकना चिकना रस निकलता है । मोटे बच्चों को यह रोग विशेष रूपसे होता है ।

बच्चे के कान में एकजिमा का होम्योपैथिक दवा । Homeopathic medicine for Eczema of Ears
- सल्फर 30 या 200 (2 बुंद सुबह – शाम ) – कान के पीछे और शिर में बदबूदार जख्म , जख्म में बहुत खुजली , जरा में ही खून निकलना इत्यादि ।
- ग्रेफाइटिस 30 या 200 ( 2 बुंद दिन में 3 बार ) – बदबूदार जख्म और उससे चिकना चिकना रस निकलना ।
- कल्केरिया कार्ब ३० या 200 ( 2 बुंद दिन में 2 बार ) – जख्म पर सूखी और मोटी पपड़ी जमना , बहुत खुजली , मोटे और थुलथुले बच्चों को यह रोग होना ।
- रसटक्स 6 या 30 ( 2 बुंद दिन में 3 बार ) – बहुत खुजली , खुजलाने के बाद जलन , जख्म से रस निकलना और उसपर मोटी पपड़ी पड़ना ।
आवश्यक सूचना –
इन जख्मों पर अधिक पानी न लगने देना चाहिये । सफाई के लिए बीच बीच में गरम पानी से धोकर , सूखे कपड़े से अच्छी तरह पोछ देना चाहिये ।
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