ढाक के पत्तों का रस गाय के दूध में मिलाकर पीने से लाभ मिलेगा । गर्भ ठहरने के बाद भी ढाक के पत्ते दूध में पीसकर पीने से ओजस्वी संतान की प्राप्ति होती है । देशी गाय के दूध में नगाकेसर का चूर्णऔर घी मिलाकर पीन से गर्भ ठहरने की संभावनाएं बढ़ जाती है ।…
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मासिक धर्म की अधिकता के 5 घरेलू , आयुर्वेदिक उपचार ।
ग्राम सफेदा काशगरी , 1 ग्राम लाल गेरू दोनों का मिलाकर पावडर बनाएं और मिश्री के साथ मिलाकर पानी से पीयें । अधिक रक्त आने में कमी होगी । असवगंध के चूर्ण को मिश्री मिलाकर पानी के साथ लेने से मासिक धर्म में आने वाले खून में कमी आयेगी । धनिये का काढ़ा बनायें और…
मासिक धर्म की अनियमितता का घरेलू आयुर्वेदिक उपचार । Home Treatment of Irregular Periods in Hindi
मैथी , गाजर और मूली के बीजों को बराबर मात्रा में लेकर बारीक पीसें तथा 1 चम्मच चूर्ण को अशोकारिष्ट , ( 1 चम्मच ) के साथ नियमित पीयें , अनियमितता ठीक हो जायेगी । लाल गुड़हल के फलों को कांजी के साथ पीसकर पीयें । आम की सुखी पत्तियाँ आग में जलाकर पावडर बनायें…
श्वेत प्रदर ( ल्यूकोरिया ) के रामबाण 11 घरेलू उपचार
श्वेत प्रदर ( ल्यूकोरिया ) क्या है ? महिलाओं की योनी से सफेद रंग का तरल पदार्थ निकलना ‘ श्वेत प्रदर ‘ कहलाता है । यह कभी भी निकलता रहता है तथा काफी दुर्गध पूर्ण रहता है । इसकी वजह से शरीर में दर्द रहता है और शरीर दुर्बल भी होता जाता है। श्वेत प्रदर…
रक्त प्रदर की अचुक घरेलू नुस्खे ( 2021 )
लौकी के बीजों को छीलकर घी में भूनें और मिश्री डालकर हलवा बनायें । प्रातःकाल खाली पेट खायें लाभ होगा । 1/2 चम्मच अशोक की जड़ का चूर्ण शहद के साथ चाटने से रक्त प्रदर में आराम मिलता है । अशोक की छाल 100 ग्राम तथा सफेद चंदन , कमल का फूल , अतिस ,…