जिस समय किसी को मिरगी का दौरा पड़ गया तो निम्नलिखित मंत्र लिखकर उसके कण्ठ में बांध देवें उसका कष्ट दूर हो जाएगा । मंत्र हलहल सरगत मडिका पुड़िया श्रीराल फूकै मिरगो वायु सूखी ओं ठहः ठहः स्वाहा ॥ अमृत वचन। महामृत्युंजय मंत्र एवं भवार्थ। आग पैदा करने का मंत्र एवं बिधी
Category: मंत्र
आग पैदा करने का मंत्र एवं बिधी
मन्त्र नमो अगिया बीर बैताल पेठि सतामें पाताल जाघाग्नि की बलती जवाल बैठि ब्राह्म के कपाल मछली कांगली गूगुल हड़ताल इन कस्वाले चालिन से चले तो माता कालिका की आन । बिधी उपरोक्त मंत्र को होली की रात्रि को एक लाख बार जपे चील रोहु मछली का मास लेकर भोगलगावे गूगुल और हरताल की धूप…