पशुओं के चोट , मोंच , मरोड़ ( SPRAIN , STRAIN ) का होम्योपैथिक उपचार ।

कई प्रकार की चोट से मसल्स , टेन्डन या लिगामेन्ट में सूजन आ जाती है जिससे दर्द भी होता है । जिससे चाल में लंगड़ापन आ जाता है । ऐसी अवस्था में पशु को पूरी तरह आराम देना जरूरी है । चोट , मरोड़ होने पर वह भाग लाल , दर्दयुक्त तथा वहां सूजन हो…

लिस्टेरियोसिस का कारण, लक्षण और उपचार । TREATMENT OF LISTERIOSIS

Synonyms – Circling disease , Meningo – encephalitis , Silage disease पशुओं तथा मनुष्य की यह एक जानलेवा बीमारी है जिसमें एनसेफेलाइटिस होती है , दिमागी सूजन आ जाती है । इससे दुधारु पशुओं में एबोर्शन , एंडोमेट्राइटिस व रिपिट ब्रीडर की समस्याएं पैदा होती हैं । गाय व भैंसों में न्यूरोलोजिकल लक्षणों के कारण…

पशुओं के नाक से ब्लड आना (नकसीर) का उपचार । TREATMENT OF EPISTAXIS

Epistaxis or Hemoptysis means bleeding from nasal chambers . There is bleeding from the nasal vessels or from those of the accessory nasal cavities . It is not a disease but a symptom of local or systemic disorder . इसे पढ़ें – पशुओं में ऊपरी श्वसन तंत्र संक्रमण (यूआरटीआई) का उपचार । TREATMENT OF UPPER…

विटामिन ए की कमी का कारण, लक्षण तथा उपचार । VITAMIN – A DEFICIENCY

कई क्रियाओं के संचालन के लिए विटामिन – ए बहुत जरुरी है । इसकी कमी होने पर अंधापन , चमड़ी सूख कर सख्त हो जाती है । खुरचन उतरती रहती है , प्रजनन क्षमता में कमी ( infertility ) तथा नवजात बछड़ों में जन्मजात विकृतियां पैदा हो जाती हैं । इसे पढ़ें – पशुओं के…

साल्मोनेल्लोसिस का कारण, लक्षण तथा उपचार। TREATMENT OF SALMONELLOSIS

Synonyms – Paratyphoid fever , Enteric fever . साल्मोनेल्लोसिस एक भयंकर संक्रामक रोग है जो साल्मोनेल्ला प्रजाति के बैक्टीरिया द्वारा फैलता है । यह लगभग सभी पशुओं में पाया जाता है । रोगी पशु में सेप्टिसीमिया व गंभीर दस्त होती है । आर्थिक दृष्टि से यह एक महत्वपूर्ण बीमारी है क्योंकि इसमें पशुओं की मृत्यु…

एस्पजिल्लोसिस का कारण, लक्षण तथा उपचार । TREATMENT OF ASPERGILLOSIS

यह पशुओं के रेस्पिरेटरी सिस्टम का एक फंगल रोग है । जिसमें फेंफड़ों में रोग के लक्षण बनते हैं तथा गर्भपात भी हो सकता है । वैसे गाय , भैंसों में यह कम पाया जाता है लेकिन अब धीरे – धीरे यह रोग बढ़ रहा है मुख्य रूप से यह पक्षियों का रोग है ।…

एफ्लाटॉक्सिकोसिस का कारण तथा उपचार । TREATMENT OF AFLATOXICOSIS

Synonym – Mycotoxicosis हमारे समाज में पशुओं को बचा हुआ सड़ा खाना देना तथा फंगस लगी हुई चीजें खिलाना एक सामान्य बात है । वैज्ञानिकों का मानना है कि ये फंगस माईकोटोक्सिन नामक टॉक्सिन पैदा करती है जो मनुष्य व पशुओं के लिए कफी हानिकारक है । सन 1960 में एफ्लटॉक्सिन की खोज की गई…

पशुओं के ब्रेन मे सूजन (एनसेफेलाइटिस) का उपचार TREATMENT OF ENCEPHALITIS

Encepthalitis – It is the inflammation of encephalon ( Brain ) . ब्रेन में सूजन होने से शुरु में पशु उग्र व उत्तेजित रहता है लेकिन बाद में नर्वस सिस्टम के काम करना बंद कर देने से पैरालाइसिस व बेहोशी सी हो जाती है । यह रोग प्राथमिक रुप से होता है या शरीर के…

पशुओं के गले में सूजन का उपचार । TREATMENT OF PHARINGITIS

ग्रसनी ( गला) भोजन और वायु के लिए एक सामान्य मार्ग है। गला में लालिमा, जलन या संक्रमण की स्थिति को फेरिंजाइटिस ( PHARINGITIS ) या गले में सूजन कहते हैं । यह घोड़ों और कुत्तों में आम है। इसे देखें – पशुओं के खुर पकने का कारण, लक्षण तथा उपचार । TREATMENT OF FOOT…

पशुओं के खुर पकने का कारण, लक्षण तथा उपचार । TREATMENT OF FOOT ROT

अन्य नाम – Foul in the foot , Infections pododermatitis , खुर पकना । यह पशुओं के खुरों का संक्रामक ( Infectious ) रोग है जिसमें खुरों के बीच सूजन , घाव बन जाना ( ulcers ) तथा कुछ भाग मर जाता है ( necrosis ) ये लक्षण खुर के थोड़ा ऊपर वाले कोरोनरी भाग…