शरीर और साँसों में बदबू आने के आंतरिक और बाह्य दोनों तरह के कारण हो सकते हैं । एक तो खान – पान की गड़बड़ी या किसी रोग की वजह से बदबू आ सकती हैं , दूसरे शरीर और दाँतों व मुँह की साफ सफाई में की जा रही लापरवाही से भी बदबू की समस्या…
Month: May 2021
अलसी (सन) खाने के अनगिनत फायदे । Flax benefits in hindi
” पहला सुख निरोगी काया , सदियों रहे यौवन की माया । ” आज हमारे वैज्ञानिकों व चिकित्सकों ने अपनी शोध से से आहार – विहार , आयुवर्धक औषधियों , वनस्पतियों आदि की खोज कर ली है जिनके नियमित सेवन से हमारी उम्र 200-250 वर्ष या ज्यादा बढ़ सकती है और यौवन भी बना रहे…
सेंधा नमक व आयोडीन युक्त समुन्द्री नमक के कुछ अन्तर इन 2021
सेंधा नमक : यह प्रकृति का प्रसाद है , इस धरती पर पाये जाने वाले जितने भी प्रकार के नमक है उनमे सबसे ज्यादा उत्तम व शुद्ध नमक कोई है तो वो सिर्फ सेंधा नमक ही है । सेंधा नमक की उत्पत्ति का इतिहास करोड़ों वर्ष पुराना है | सेंधा नमक का महत्व सोने से…
गुड़ में पाये जाने वाले पौष्टिक तत्व और गुड़ खाने के 14 फायदे इन 2021
आयुर्वेद संहिता के अनुसार यह शीघ्र पचने वाला , खून बढ़ाने वाला व भूख बढ़ाने वाला होता है । सर्दी के मौसम में गुड़ का नियमित सेवन करने से सर्दी से होने वाले रोगों से बचा जा सकता है । परिशुद्ध चीनी के विपरीत , इसमें अधिक खनिज लवण होते है । इसके अतिरिक्त ,…
2021 में चूना खाने के फायदे
भारत के जो लोग चूने से पान खाते हैं , बहुत होशियार लोग हैं , पर तंबाकू नही खाना , तम्बाकू जहर हैं और चूना अमृत हैं , तो चूना खाइए , तम्बाकू मत खाइए और पान खाइए चूने का उसमें कत्था मत लगाइए , कत्था कैंसर करता हैं , पान में सुपारी मत डालिए…
कैंसर का आयुर्वेदिक इलाज एवं कैंसर का घरेलू उपचार इन 2021
कैंसर क्या है ? कैंसर से कितने लोग प्रत्येक साल कितने लोगों की मृत्यु होती है ? कैंसर बहुत तेजी से बढ़ रहा हैं इस देश में , हर साल बीस लाख लोग कैंसर से मर रहे हैं और हर साल नए केस आ रहे हैं और सभी डॉक्टर हाथ – पैर डाल चुके हैं…
इन्फ्लुएन्ज़ा ( Influenza ) के लक्षण तथा इन्फ्लुएन्ज़ा ( Influenza ) की सबसे अधिक प्रभावशाली होम्योपैथीक दवा इन 2021
इन्फ्लुएन्ज़ा ( Influenza ) क्या है? एक तरह के जीवाणु इस बीमारी के ख़ास कारण माने जाते हैं । यह एक तरह की और फैलने वाली , सर्दी की बीमारी है । इन्फ्लुएन्ज़ा ( Influenza ) के लक्षण क्या है? लक्षण : सर्दी , शरीर में टूटन , गले में दर्द , सिर में दर्द…
बांझपन दूर करें इन 8 घरेलू , आयुर्वेदिक नुस्खों से ।
ढाक के पत्तों का रस गाय के दूध में मिलाकर पीने से लाभ मिलेगा । गर्भ ठहरने के बाद भी ढाक के पत्ते दूध में पीसकर पीने से ओजस्वी संतान की प्राप्ति होती है । देशी गाय के दूध में नगाकेसर का चूर्णऔर घी मिलाकर पीन से गर्भ ठहरने की संभावनाएं बढ़ जाती है ।…
मासिक धर्म की अधिकता के 5 घरेलू , आयुर्वेदिक उपचार ।
ग्राम सफेदा काशगरी , 1 ग्राम लाल गेरू दोनों का मिलाकर पावडर बनाएं और मिश्री के साथ मिलाकर पानी से पीयें । अधिक रक्त आने में कमी होगी । असवगंध के चूर्ण को मिश्री मिलाकर पानी के साथ लेने से मासिक धर्म में आने वाले खून में कमी आयेगी । धनिये का काढ़ा बनायें और…
मासिक धर्म की अनियमितता का घरेलू आयुर्वेदिक उपचार । Home Treatment of Irregular Periods in Hindi
मैथी , गाजर और मूली के बीजों को बराबर मात्रा में लेकर बारीक पीसें तथा 1 चम्मच चूर्ण को अशोकारिष्ट , ( 1 चम्मच ) के साथ नियमित पीयें , अनियमितता ठीक हो जायेगी । लाल गुड़हल के फलों को कांजी के साथ पीसकर पीयें । आम की सुखी पत्तियाँ आग में जलाकर पावडर बनायें…