
- फाइटोलैका 30 , 200 IM : चर्बीदार ट्यूमर किसी स्थान में हो स्तन या किसी मांसपेशी में ।
- कल्केरिया कार्ब 30 , 200 IM : रोगी मोटा , थुलथुला ठंडी प्रकृति का , चर्बीदार ट्यूमर किसी भी स्थान में हो ।
- आरमम्यूर 3x : डाक्टर बर्नेट के अनुसार गर्भाशय के ट्यूमर में यह दवा फायदा करती है ।
- कल्केरिया फ्लोर 3x , 30 , 200 IM : स्तन , खोपड़ी या किसी स्थान के कड़े , पत्थर जैसे ट्यूमर के लिये रामबाण है ।
- कार्बो एनिमेलिस 30 , 200 : मासिक धर्म की गडबड़ी के साथ गर्भाशय का ट्यूमर , जलन , कमजोरी , बच्चों के सिर में रक्ताबूंद ।
- बेराइटा कार्ब 30 , 200 IM : नरम ट्यूमर कान के नीचे जबड़े पर कंधे पर या और कहीं भी ।
- लोबेलिया इरिनस 30 , 200 : पेट में भयानक दर्द मरोड़ , मुँह और चर्म रूखा – सूखा , ट्यूमर की संभावना ।
- लेपिस आल्ब 30 , 200 : गर्भाशय का ट्यूमर , रक्तस्राव जलन ( फाइब्राइड ) छाती , पकस्थली , जरायु में कांटा गड़न जैसे दर्द के लिये भी उपयोगी ।
- फ्रेक्सिनस अमेरिकाना Q ( 10 से 15 बूंद 3 बार ) : जरायु का टेढ़ा होना , स्थानच्युति और ट्यूमर में उत्तम दवा ।
- कोनियम मेट 30 , 200 IM : कड़ा ट्यूमर चोट लगने पर कहीं भी हो , दाहिनी ओर की स्तन में कड़ा ट्यूमर ।
- काली अयोड 3x , 30,200 : पेरियास्टियम के ( अस्थि आवरक पर्दे के ऊपर) ट्यूमर में फायदा करती है ।
- सैंगुनेरिया 30 , 200 : नाक के भीतर ट्यूमर ( पाली पलन ) छींक नाक के जड़ पर दबाव , सिरदर्द नाक में जलन ।
- एनिलिनम 6 , 30 : लिंग और अण्डकोष में बहुत ज्यादा सूजन , दर्द मूत्रनली की किसी भी जगह ट्यूमर ।
- कल्केरिया सल्फ 30 , 200 : नरम और सिस्टिक ट्यूमर थुलथुल , अबूंद फोड़ा , कार्बकल , ज्यादा दिन तक पीब बहते रहना आदि के लिये फायदा करती है ।
- साइलिशिया 30 , 200 IM : पुराने घाव के स्थान पर तंतु जम जाने से ट्यूमर उत्पन्न हो ( कीलोइड ) तो प्रयोग करें।
- प्लम्बम अयोड 6 , 30 : स्त्रियों के स्तन बढ़ने लगे , कड़े हो या अस्वाभाविक लगे जो ट्यूमर का रूप धारण करने लगे ।
- फिकस रिलिजियोसा Q 3x , : मुँह , नाक , पकस्थली , जनेन्द्रियों से रक्तस्राव रूकता न हो , रोगी ट्यूमर से पीड़ित ।
दवाओं का सामान्य सेवन विधि–
1. Q (मूली) 5 से 10 बूंद। कुछ दवाओं में 2 बूंदें होंगी, जिसका उल्लेख इन-प्लेस पर है।
2. 3x, 6 तीन बार या दिन में चार बार।
3. 24 घंटों में 30 पोटेंसी की 1 बूंद की खुराक। यह विशेष परिस्थितियों में तीन, चार बार भी उपयोग किया जाता है।
4. सप्ताह में एक बार 200 पोटेंसी की एक बूंद। यह विशेष परिस्थितियों में तीन, चार बार भी उपयोग किया जाता है।
5. 15 दिन या महीने में एक बार 1 एम (हजार) बिजली की एक बूंद। 6. 10 M शक्ति 1 खुराक 1 महीने या 2 महीने में।