रतौंधी होने का कारण क्या है ?
अत्यधिक धूल , तीव्र प्रकाश , और दुषित पर्यावरण के कारण रतौंधी होती है ।
रतौंधी में क्या होता है ?
इसमें रोगी को रात्रि में बिल्कुल नहीं दिखाई देता तथा दिन में ठीक दिखाई देता है ।
रतौंधी के घरेलू उपाय क्या है ?
रतौंधी घरेलू उपाय निम्न लिखित हैं ।
- तुलसी के पत्तों का रस दिन में 3-4 बार आंखों में डालें ।
- सफेद प्याज कारस आँखों में डालने से रतौंधी में लाभ होता है ।
- देशी गाय का मूत्र आँखों में डालने से काफी लाभ होता है ।
- हरे धनिये का आँखों में डालने से लाभ होता है ।
- आँखों में शुद्ध शहद लगाने से भी काफी आराम मिलता है ।
- प्रतिदिन रात्रि विश्राम से पहले त्रिफला चूर्ण का सेवन करें और रात्रि में भिगोये हुये त्रिफला के पानी से आँखों को धोये ।
- बथुये के पत्तों का रस आँखों में डालने से रतौंधी ठीक होती है ।
- गुलाब जल में शुद्ध रसौत फुली हुयी फिटकरी और जरा सा सेंधा नमक मिलाकर शीशी में भर लें और प्रतिदिन आंखों में डालें ।
- गुलाब जल में ताजे खीरे का रस और अनार का रस मिलाकर बूंद – बूंद डालने से आराम मिलता है ।
- दूब का रस आँखों में डालने से काफी आराम मिलता है ।
- करेले के पत्तों के रस में थोड़ा काली मिर्च पीसकर मिलायें और आँखों के बाहरी हिस्सों पर लगायें ।
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