
मुँह के छाले का कारण क्या है ?
मुँह के छाले प्रायः पेट की गड़बड़ी से होते हैं । ज्यादा गर्म चीजों को खाने से , आमाशय की गड़बड़ी , रक्त की अशुद्धि आदि से भी होता हैं ।
यह छाले कभी जीभ की नोक पर तो कभी पूरी जीभ पर निकलते हैं । छार के कारण मुँह में बार – बार पानी आने लगता है । इन छालों में जलन तथा दर्द हो है । होठों पर भी छाले आ जाते हैं ।
मुँह के छाले का घरेलू उपाय क्या है ?
छाले कि घरेलू उपाय निम्न लिखित है ।
- भोजन के बाद सौंफ ( पिसी हुई ) के पानी से कुल्ला करें । आराम मिलेगा ।
- तुलसी के पत्तों का रस जीभ व दाँतों पर लगायें । छाले ठीक होंगे ।
- दो चम्मच हल्दी का चूर्ण पानी में उबालकर उससे कुल्ला करें ।
- गुड़ चूसने से भी आराम मिलता है ।
- नीम का गोंद चूसने से छालों में कमी आती है ।
- गूलर का दूध छालों पर लगायें ।
- मुलहठी के काढ़े का गरारा करने पर छाले कम होते हैं । इस काढ़े थोड़ा शहद भी मिला सकते हैं ।
- जामुन के मुलायम पत्तों अथवा बेर के पत्तों का काढ़ा बनाकर कुला करें ।
- गाय के दूध में एक चम्मच घी डालकर पीयें ।
- कच्चे करेले का रस निकालकर पानी में मिलायें , उस पानी से कुला करें ।
- हरे पुदीने को पानी में उबालें तथा उबले पानी से ( ठंडा करके ) कुला करें ।
- गाय के घी में कपूर डालकर गर्म करें । ठंडा होने पर जीभ पर लगा छाले निश्चित रूप से कम होंगे ।
- मेथी के दानों को पानी में उबालें । उस पानी से गरारा करें ।
- मेहंदी की पत्तियों को चबाने से छाले ठीक होते हैं ।
- हरी दूब का काढ़ा बनाकर कुल्ला करें । छाले कम होंगे ।
- लाल दवा जीभ पर लगाने से ( लार निकलने दें ) छाले कम होते हैं ।
जीभ व मुंह के अंदर के छालों (Aphthae) से पाएं छुटकारा होम्योपैथिक के द्वारा