
- बर्फ़ के समान ठण्डी सुइयों के चुभने जैसा दर्द । लालिमा , गर्माहट एवम् जलन । – एगैरिकस ३० , दिन में ३ बार
- बिवाइयों में सुई चुभने जैसा दर्द , जो शाम को बढ़ता है व ठण्डी हवा से आराम मिलता है ।- पल्साटिला ३० , दिन में ४ बार
- जब बिवाइयों में खुजली , जलन , व तेज़ दर्द हो ।- कैमोमिला ३० , दिन में ३ बार
- जब जलन अत्यधिक हो व बेचैनी हो । – आर्सेनिक एल्ब ३० दिन में ३ बार
- बिवाइयां जो नम व गहरी हों , खुजली व जलन हो । – पेट्रोलियम ३० , दिन में ३ बार
- जब रोग भीगने ( नहाने , धोने ) से बढ़े व सर्दियों मे ज़्यादा हो । – रस टॉक्स ३० , दिन में ३ बार
- खुश्क बिवाइयों की मुख्य दवा । रोगी गन्दा सा दिखे या गन्दा रहना चाहे ।- सल्फर ३० , दिन में २ बार
- ठण्डी प्रकृति के रोगी के लिए । पसीना आने से अच्छा लगे ।- सोराइनम 1M ,सप्ताह में एक बार
सामान्य देख रेख : बाह्य प्रयोग के लिए सफ़ेद वैसलीन या नारियल का तेल इस्तेमाल करें । यदि जलम हों तो कैलेण्डुला मल्हम का प्रयोग करें । मोम व देसी घी मिला कर लगाने से फायदा होता है । रस वैन Q को ग्लिसरीन में मिलाकर लगाने से शीघ्र आराम आता है। या आप Bakson Hamamelis Ointment for bleeding piles, chilblains, cracked heels इसका प्रयोग भी कर सकते हैं।
