
मानसिक उत्तेजना , बेचैनी , भय , आदि , लक्षणों के साथ नींद न आने की बीमारी हो जाती है । माथे में खून का दबाव ज़्यादा हो जाता है । कारण का पता लगाकर इलाज करें ।
- बेचैनी के साथ नींद न आए , खासकर कमज़ोर छोटे बच्चों या बुजुर्गों में जो चिन्ता करते हों या काम ज्यादा करते हों । :- पैसीफ्लोरा Q , 20 – 30 बुंद सोते समय
- जब किसी खुशखबरी के कारण नींद न आए । :- कॉफिया २०० , आवश्यकतानुसार
- जब डर , आतंक , या किसी बुरी ख़बर के कारण नींद न आये। :- जल्सेमियम ३० , दिन में ३ बार
- निराशा या दुःख ; किसी निकट संबंधी की मौत के कारण नींद न आए । :- इग्नेशिया २०० , या 1M , की ३ खुराक दें
- मस्तिष्क में रक्त संचय के कारण नींद न आए । :- बैलाडोना ३० , दिन में ३ बार
- जब लगातार विचारों के कारण मस्तिष्क आराम न पा सके और नींद न आए । :- नक्स वोमिका ३० , दिन में ३ बार
- ज़रा सी आवाज़ से नींद टूट जाए और फिर न आए । :- सल्फर ३० , दिन में २ बार
- ख़ास कर बूढ़े व्यक्तियों में , जब दिन में तो नींद आए मगर रात में नहीं । :- फॉस्फोरस ३० , दिन में २ बार
- चिन्ताओं के कारण नींद न आए । :- ऐम्ब्रा ग्रिज़िया ३० , दिन में २-३ बार
- स्नायविक कमज़ोरी आदि की वजह से , चिन्ता या उत्तेजना के कारण नींद न आए । :- काली फॉस 6x या ३० , आवश्यकतानुसार
- बायोकैमिक औषधि :- फैरम फॉस ३०x