नाल अच्छी तरह न काटने , काटते समय चोट लगने या कुन्द छुरी से नाल काटने पर अनेक बार बच्चों की नाभी पक उठती है और उन्हें बुखार तथा दर्द आदिकी शिकायत पैदा हो जाती है ।

बच्चों के नाभी पकने का होम्योपैथिक उपचार ।
- नाभी में तन्नाहट और बुखार हो जाने पर एकोनाइट 30 या अर्निका 30 देना चाहिए ।
- यदि पीब पैदा हो जाय तो साइलीसिया 30 या 200 देना चाहिये ।
- अनेक बार आर्सेनिक 30 देने से भी लाभ होता है ।
- यदि पित्ती जैसे लाल चकत्तों के साथ ज्वर हो आये तो बेलेडोना 30 या 200 देना चाहिए ।
- गरम पानी से रोज धोना और कैलेण्डुला तेल ( 1 भाग कैलेण्डुला मदर टिश्चर और 8 भाग आलिव आइल ) की पट्टी चढ़ाना भी बहुत लाभदायक है ।
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