
पूजा पाठ में अनेक स्थान पर ऐसे आदेश निर्देश मिलते हैं कि यह वस्तु इस देवता पर चढ़ायें सारी वस्तुएं परमात्मा द्वारा ही प्रदान की गयी हैं ।
षोडषोपचार पूजन आदि में ऐसा विधान हैं ।
- विष्णु जी को अक्षत ( चावल ) नहीं चढ़ाये जाते । तुलसी पत्र ही चढ़ाया जाता हैं क्योंकि तुलसी विष्णु जी की पत्नी हैं अतः उनका सानिध्य प्राप्त करने हेतु तुलसी पत्र चढ़ाया जाता हैं ।
- शिवजी पर कमल पुष्प नहीं अपितु बिल्व पत्र ( बेल पत्र ) चढ़ता हैं । आयु वृद्धि , आरोग्यता के लिए – ” ॐ त्र्यंबकं यजामहे ‘ आदि मंत्र से त्रिनेत्रधारी भगवान् शिवजी की उपासना की जाती हैं और तीन पत्तों वाला बिल्वपत्र चढ़ाया जाता है ।
- दुर्गा जी को कनेर का पुष्प ।
- सूर्यदेव को जवाकुसुम ।
- गणेश पर दुर्बा ( दूब ) चढ़ानी चाहिए ।
- कमल पुष्प भगवान् शिवजी द्वारा शापित है इसलिए कमल पुष्प और परागों के मिश्रण से बना ‘ कुंकुम शिवलिंग पर नहीं चढ़ाये जाते ।