- बच्चे भय के कारण नींद में जाग जाते हैं या सोते ही घबड़ाकर उठ जाते हैं , तो दीजिये “ कैलि – फास 30″
- पल्साटिला 30 : कोई संकट आने वाला है , इस भय के कारण दस्त लग जाय , प्यास न हो ।
- इग्नेशिया 30 : भय के कारण पीड़ा , ऐंठन , दिमाग की कमजोरी , पाचन शक्ति बिगड़ना खासकर बच्चों में ।
- स्ट्रामोनियम 30 : अन्धेरे से डर , रोशनी में रहना चाहता है ।
- काली – कार्ब 30 : रोगी अकेला नहीं रहना चाहता , खासकर शाम के वक्त उसको डर लगता है ।
- ओपियम 30 : भय के कारण बेहोशी , सिर दर्द , नींद या अपने आप पैखाना होना ।
- कैनाबिस इण्डिका 30 : डरावना स्वप्न देखना , भूत – प्रेत से डरना ।
- एमोन कार्ब 30: सपने में भूत – प्रेत दिखाई देना , सोते समय उठ बैठना , डर लगना आदि ।
- बेंजिनम 30 : नींद खुलने पर भी रोगी को लगे की सामने कोई खड़ा है , डर लगता है , बिस्तर पर सोने पर भी ।
- प्लाटिना 30 : रोगी घमण्डी हो , चिड़ – चिड़ा हो , आत्महत्या का विचार , कोई दुःखद घटना होने से डर , मौत से डरना ।
- ब्रोमियम 30 : स्वप्न में चौंक उठना , जागने पर भव से काँपना ।
- हाइड्रोफोबिनम 30 : पानी से भय , पानी को देखने से , पानी के पास जाने से भय , कुत्ते के काटने पर ये लक्षण हों तो उत्तम ।
- हायोस्यामस 30 : डरता है कि उसे कोई पार डालेगा या विष देगा , अकेले में डरना ।
- अर्जेन्टम नाइट्रिकम 30 : रोगी कोई भी काम जल्दी करना चाहता हो , उसे काम में रुकावट का डर हो । किसी ऊँची जगह जाने से डरता हो । ऊपर से नीचे देखने या नीचे से ऊपर देखने का डर भी हो ।
दवाओं का सामान्य सेवन – 30 पोटेंसी की 3 बूंद की खुराक। यह विशेष परिस्थितियों में तीन, चार बार भी उपयोग किया जाता है प्रतिदिन। इसके अलावा इन दवाओं को 200 पोटेंसी में 4 बुंद दिन में 2 बार भी ले सकते हैं।