जायफल के फायदे, नुकसान व उपयोग (Jaiphal Benefits and Side Effects)

जायफल कई बीमारियों में काम आता है । इसका इस्तेमाल कई तहर के घरेलू उपचार में भी कर सकते हैं ।

जायफल बहुत ही थोड़ी मात्रा में गरम मसाले में प्रयोग किया जाने वाला एक मसाला है । इसके औषधीय गुण भी कम नहीं हैं । भूख नहीं लगती हो , तो चुटकी भर जायफल की कतरन चूसकर देखें , कुछ ही देर में आराम मिलेगा । इससे पाचक रसों की वृद्धि होगी , भूख बढ़ेगी और खाना भी ठीक से पचेगा । जायफल , सौंठ और जीरे को पीसकर चूर्ण बना लें । इस चूर्ण को भोजन करने से पहले पानी के साथ लें । गैस और अफरा की परेशानी नहीं होगी । पेट में दर्द हो तो जायफल के तेल की 2-3 बूंदें एक बताशे में टपकाएं और खा लें । जल्द ही आराम आ जाएगा ।

प्रसव के समय होने वाले दर्द से छुटकारा पाने के लिए जायफल को पानी में घिसकर , इसका लेप कमर पर करें , लाभ मिलेगा । दस जायफल लेकर देशी घी में अच्छी तरह सेकें और पीसकर छान लें इसमें दो कप गेहूं का आटा मिलाकर घी में फिर सेकें । इसमें शक्कर मिलाकर रख लें । रोजाना सुबह खाली पेट इस मिश्रण को एक चम्मच खाएं , बवासीर से छुटकारा मिल जाएगा । जायफल के चूर्ण को शहद के साथ खाने से हृदय मजबूत होता है । जायफल को पानी में पकाकर उस पानी से गरारे करें । मुंह के छाले ठीक होंगे , गले की सूजन भी जाती रहेगी । दांत में दर्द होने पर जायफल का तेल रुई पर लगाकर दर्द वाले दांत या दाढ़ पर रखें , दर्द तुरंत ठीक हो जाएगा । अगर दांत में कीड़े लगे हैं तो वे भी मर जाएंगे । सरसों का तेल और जायफल का तेल एक निश्चित अनुपात में मिलाकर रख लें । इस तेल से दिन में 2-3 बार शरीर की मालिश करें । जोड़ों का दर्द , सूजन , मोच आदि में राहत मिलेगी ।

जायफल को कच्चे दूध में घिसकर चेहरे पर सुबह और रात में लगाएं । मुंहासे ठीक हो जाएंगे और चेहरा निखारेगा । एक चुटकी जायफल पाउडर दूध में मिलाकर लेने से सर्दी का असर ठीक हो जाता है । फटी एड़ियों में जायफल को घिसकर बिवाइयों में लगाने से फायदा होता है । नीबू के रस में जायफल घिसकर सुबह – शाम भोजन के बाद सेवन करने से गैस और कब्ज की तकलीफ भी दूर होती है ।

Names of Nutmeg in different languages: जायफल के नाम:

  • Name of Jaiphal in Hindi (Nutmeg in Hindi) – जायफल, जायफर
  • Name of Jaiphal in English – नट् मेग (Nutmeg), फॉल्स एरिल (False aril), प्रैंग्रैन्ट नट ट्री (Fragrant nut tree), ट्रू नटमेग (True nutmeg), मैक ट्री (Mac tree)
  • Name of Jaiphal in Sanskrit– जातीफल, मालतीफल
  • Name of Jaiphal in Oriya– जायफोलो (Jaipholo)
  • Name of Jaifal in Kannada– जाजीकाय (Jajikaya)
  • Name of Jaifal in Gujarati– जायफल (Jayaphal)
  • Name of Jaiphal in Telugu– जाजीकाय (Jajikaya), जाजीपत्री (Jajipattiri)
  • Name of Jaifal in Tamil (mace meaning in tamil)- अडिपलम (Adipalam), अट्टिगम (Attigam)
  • Name of Jaiphal in Nepali– जाइफल (Jaiphal);
  • Name of Jaiphal in Punjabi– जयफल (Jayphala)
  • Name of Jaiphal in Marathi (nutmeg in marathi)- जायफल (Jayaphala), बांडा जायफल (Banda jayaphala)
  • Name of Jaifal in Malayalam (nutmeg in malayalam)- जाति (Jati)
  • Name of Jaifal in Arabic– जीआन्सीबेन (Jiansiban), जोउजबाव्वा (Jouzbawwa)

किसे जायफल का उपयोग नहीं करना चाहिए (Who Should Not Use Jaifal)

इन लोगों को जायफल को प्रयोग में नहीं लाना चाहिएः-

1. इसका प्रयोग गर्भावस्था में नहीं किया जाना चाहिए।

2. जिन लोगों को एलर्जी की शिकायत रहती है उन्हें हमेशा जायफल का इस्तेमाल चिकित्सक से सलाह लेकर करनी चाहिए क्योंकि यह त्वचा में क्षोभ उत्पन्न करता है।

जायफल के साइड इफेक्ट (Jaiphal Side Effects)

आयुर्वेद के अनुसार जायफल के अधिक इस्तेमाल से ये नुकसान हो सकता हैः-

इसकी 5 ग्राम या उससे अधिक मात्रा का प्रयोग करने पर हिचकी, बहुत अधिक प्यास लगना, पेट दर्द, मानसिक विकार, व्याकुलता, बेहोशी, द्विरूपता (Double vision), लिवर से जुड़ी परेशानी उभर सकती है। इससे मृत्यु भी हो सकती है।

विशेष- जायफल (jaiphal) के बीज का चूर्ण अत्यधिक कामोत्तेजक होता है और अधिक मात्रा में इसका प्रयोग नुकसान पहुंचा सकता है।

जायफल कहां पाया जाता है या जायफल की खेती कहां होती है (Where is Jaifal Found or Grown?)

जायफल की खेती कई स्थानों पर की जाती है। भारत में जायफल (jaiphal) 750 मीटर तक की ऊँचाई पर जायफल का वृृक्ष (nutmeg tree) मिलता है। इसका पुष्पकाल एवं फलकाल दिसम्बर से मई तक होता है। विश्व में मलाया, प्रायद्वीप, सुमात्रा, जावा, सिंगापुर, श्रीलंका, वेस्टइडीज में कृषित और दक्षिण और पूर्वी मोलूक्कास में मिलता है।

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