
यह भी संक्रमित बीमारी है । इसमें बुखार के साथ अनेक पारदर्शी स्राव भरे दाने होते हैं । छोटी माता या बड़ी माता का कोई आपसी संबंध नहीं है ।
- रोग के शुरू होने पर तेज़ बुख़ार व बेचैनी । मानसिक बेचैनी । शाम के समय रोग वृद्धि । :- एकोनाइट ६ या ३० दिन में ४ बार
- सिर में बहुत रक्त संचय हो और तेज़ सिर दर्द । शरीर गर्म जैसे तप रहा हो । चेहरा लाल तमतमाया हुआ । :- बैलाडोना ६ या ३० , दिन में ४ बार
- दानों में जब बहुत खुजली हो । बेचैनी हो । चलने – फिरने से रोगी को अच्छा लगे । :- रस टॉक्स ६ या ३० , आवश्यकतानुसार
- बायोकैमिक औषधि :- फैरम फ़ॉस 6X , व काली म्यूर 6X
सामान्य देख – रेख : बुख़ार वाली अवस्था में साबूदाना , दूध , अनार , अंगूर , मुनक्का दें ( मांस , मछली बिल्कुल न दें ) । सादा बुखार , खसरा व चेचक , आदि अध्याय भी देखें ।
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