- जब मैल सख़्त एवम् काले रंग का हो । – पल्साटिला ३० , 4 बुंद दिन में ३ बार
- जब मैल पीली आभा लिए सफेद एवम् सख़्त हो । – लैकेसिस ३० , 4 बुंद दिन में ३ बार
- खून के रंग जैसा लाल रंग का हो । – कोनियम २०० या 1M , आवश्यकतानुसार
- जब मैल खून के रंग जैसा लाल रंग का हो । रोगी ठंडी प्रकृति का हो । – सोराइनम २०० या 1M , आवश्यकतानुसार
- जब मैल अप्राकृतिक रूप से काफी मात्रा में एवम् बदबूदार हो । – कॉस्टिकम ३० , 4 बून्द दिन में ३ बार
- सामान्य देख रेख : मुल्लियन ऑयल रात में सोते समय कान में डालकर अगले दिन सुबह कान साफ करें ।
छोटी माता ( Chicken Pox ) का होम्योपैथिक उपचार