अनार को रोग नाशक फल कहा गया है । विटामिन से भरपूर अनार में छिपे फायदों के बारे में बता रहे हैं।
- अनार फाइबर , मिनरल्स जैसे कैल्शियम , फॉस्फोरस , पोटैशियम , आयरन , फॉलिक एसिड , फोलेट्स और रिबोफ्लेबिन का अच्छा स्रोत है ।
- अनार में भरपूर मात्रा में विटामिन ए , ई और सी होता है । ये सभी विटामिन बढ़ती उम्र के लक्षणों और त्वचा पर लकीरों व झुर्रियों को आने से रोकते हैं ।
- गर्मी के दिनों में आहार में अनार शामिल करें । इससे पाचन संबंधी समस्याओं में आराम मिलने के साथ ही प्रतिदिन इसके सेवन से धमनियां ठीक रहती हैं ।
- यदि आपको खून की कमी है , तो यह अनीमिया और रक्त में आयरन की कमी को भी दूर करता है । प्रतिदिन एक गिलास इसका जूस पिएं , खून की कमी नहीं होगी ।
- अनार एंटीऑक्सीडेंट्स जैसे पॉलीफेनॉल्स से भरपूर होता है । ये शरीर को फ्री रैडिकल्स से होने वाले नुकसानों जैसे ब्रेस्ट , प्रोस्टेट और फेफड़ों के केंसर के होने की संभावनाओं को कम करता है ।
- एक अध्ययन में यह बात सामने आई है कि अनार का रस मुंह के बैक्टीरिया को कम करता है । ऐसे में दांतों पर मैल या गंदगी कम जमा होती है ।
- उच्च रक्त चाप की समस्या अनार के जूस के सेवन से सामान्य होती है । इसके साथ ही हृदय रोगियों में ब्लड वेसल्स में होने वाले इन्फ्लेमेशन को भी घटाता है ।
- इसके जूस में फ्रक्टोज होता है , जो रक्त शर्करा के स्तर को अन्य फलों के जूस बढ़ाता नहीं है । मधुमेह है , तो इसका सेवन प्रतिदिन कर सकते हैं ।
- एंटीऑक्सीडेंट्स बैड कोलेस्ट्रॉल को कम – करता है । अनार के रस में किसी अन्य फलों के जूस के मुकाबले एंटीऑक्सीडेंट्स अधिक होता है ।
- अनार का रस एंटी – वैक्टीरियल और एंटी – माइक्रोबियल प्रॉपर्टीज से भरपूर होता है । यह रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत कर वायरस और वैक्टीरिया से शरीर को लड़ने की क्षमता प्रदान करता है ।
- अन्य फलों के रस के मुकाबले अनार का रस मधुमेह रोगियों के लिए अधिक फायदेमंद होता है।
अनार से घरेलू इलाज
- दांत मजबूत : -अनार के फूल छाया में सुखाकर बारीक करके मलने से खून बन्द और दांत मजबूत होते हैं ।
- पीलिया : -मीठे अनार के दानों का रस 50 ग्राम रात को लोहे के बर्तन में करके छत पर रख दें । सुबह थोड़ी कूजा मिश्री मिलाकर 20-25 दिन पिलाएं । कमलबाय , यकीनन ठीक होगा । परहेज खटाई का करें ।
- खांसी : -मीठे अनार का छिलका 20 ग्राम , नमक लाहौरी 3 ग्राम बारीक करके.पानी में 1-1 ग्राम की गोलियां बनाएं । दिन में तीन बार 2-2 गोली चूसें । खटाई का परहेज करें । 6 ग्राम अनार का छिलका थोड़े दूध में उबालकर पीने से काली खांसी को आराम मिलता है ।
- पेशाब के लिए : -अनार का छिलका बारीक करके 4 ग्राम ताजे पानी के साथ दिन में दो बार खाने से मसाने की गर्मी और पेशाब का बार – बार आना ठीक होता है । दस दिन खाएं । परहेज – चावल न खाएं ।
- स्वप्नदोष : -कंधारी अनार का छिलका बारीक करके 3 ग्राम सुबह – शाम पानी के साथ खाने से स्वप्नदोष ठीक होता है । दस दिन खाएं । खटाई का परहेज करें । रात को दूध न पियें ।